हिसार के आदमपुर के खैरमपुर गांव मे पुलिस द्वारा बाल विवाह रूकवाने के बाद भी परिजनों ने पुलिस के जाने के बाद किशोरी का विवाह धान्सू गांव निवासी राहुल के साथ कर दी। पता चलने पर जिला प्रोडक्शन अधिकारी बबीता चौधरी अपनी टीम के साथ किशोरी के गांव पहुंचे तो उसके गले में मंगलसूत्र था और मांग भरी हुई थी। जब किशोरी का जन्म प्रमाण की जांच की गई तो उसमें उम्र 18 साल से कम मिली। पुलिस ने किशोरी के नाना, पिता और शादी करने वाले युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस को दी गई शिकायत में बाल विवाह निषेध अधिकारी बबीता चौधरी ने बताया कि 3 मई को आदमपुर थाना पुलिस को सूचना मिली की खैरमपुर निवासी कृष्ण कुमार अपनी नाबालिग दोहती की शादी करवा रहा है। पता चलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शादी को रूकवा दिया। जांच में पता चला कि किशोरी अपने गांव लांधड़ी में है।
अगले दिन जब गांव पहुंचे तो किशोरी ने गले में मंगलसूत्र पहना हुआ था और मांग भरी हुई थी। पूछताछ के दौरान किशोरी ने बताया कि माता का काफी समय पहले देहांत हो चुका है। नाना और पिता ने मेरी शादी राहुल के साथ की है। जब राहुल से बातचीत की तो उसने बताया कि पुलिस ने शादी रूकवा दी थी, उनके जाने के बाद परिजनों ने शादी करवा दी। बाल विवाह कानून का पता नहीं था। बबीता चौधरी ने बताया कि जन्म प्रणाम पत्र में आयु 18 से कम है। परिजनों ने लिखित में दिया है कि बेटी की उम्र 18 साल की होने के बाद उसे ससुराल भेजा जाएगा।